प्रजा की उत्पत्ति
माया-कल्पित-जगत्-सोपान प्रजा की उत्पत्ति मिथुनम् हिरण्यगर्भ के लिये प्रजा की उत्पत्ति सम्भव बनायेगा , और प्रजापति जो कि हिरण्यगर्भ का ही दूसरा नाम है , इस जगत् के पितामह कहे जाते है । प्रजा अर्थात् सम्पूर्ण जीव जगत् है । पंच स्तरीय सृष्टि प्रक्रिया का प्रजा अन्तिम अवयव है । मिथुनम् समस्त पांच स्तर नामत: मिथुन , लोक , काल , अन्न और प्रजा के सृजन का आधार है । मिथुनम् ही सापेक्ष का आधार है । मिथुनम् के प्रत्येक दो अवयव रयि और प्राण एक दूसरे से विरुद्ध स्वभाव के होते हुये भी , दोनो मिलकर ही एक पूर्ण का सृजन करते हैं । ..... क्रमश: