पौराणिक अभिव्यक्ति
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
पौराणिक अभिव्यक्ति पुराणों में वर्णित ब्रम्हाजी, जो कि हिरण्यगर्भ हैं । हिरण्यगर्भ की
अर्ध-नारीश्वर अभिव्यक्ति का उल्लेख वर्णित है । यह अर्ध-नारीश्वर अभिव्यक्ति भी
रयि-प्राण अभिव्यक्ति ही है । पुरुष और नारी दोनो मिलकर ही एक पूर्ण है । पुरुष भी
अपूर्ण है । नारी भी अपूर्ण है । पुरुष में भी नारी है । नारी में भी पुरुष है ।
यह माया कल्पित जगत् है । जगत् भी केवल अभिव्यक्ति मात्र है । जगत् की अभिव्यक्ति
का सत्यत्व हिरण्यगर्भ है । इस स्थल पर विशेष ज्ञेय है कि, हिरण्यगर्भ स्वयॅं भी, जगत्-कारण ईश्वर की, छाया-सदृष्य उत्पत्ति हैं । ...... क्रमश:
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