विज्ञानात्मा
माया-कल्पित-जगत्-सोपान विज्ञानात्मा जीवात्मा , को ही शास्त्रों में विज्ञानात्मा कहा जाता है । चिदाभास द्वारा पोषित जीव की जीवात्मा विज्ञानात्मा है । उपाधियुक्त आत्मा जीवात्मा है । आत्मा एक है जो कि निराकार है , असंग है , अनन्त है , सर्व-विभू: है । परन्तु अज्ञान के फल से जब उपरोक्त कथित सर्व-विभू: आत्मा को , अहंकार से अलंकृत किसी स्थूल-सूक्ष्म-शरीर विषेस के गुण-धर्मों के साथ जोडा जाता है , तब जीवात्मा शब्द का प्रादुर्भाव होता है । ..... क्रमश: