स्थूल-भूत तन्मात्रा
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
स्थूल-भूत तन्मात्रा शास्त्रों में “सर्व” शब्द की व्याख्या करते हुये, स्थूल-भूत का नाम लाने पर उसकी तन्मात्रा को भी साथ-साथ व्यक्त करना
होता है । उपरोक्त कथन का विस्तार इस प्रकार है । पंच-महाभूत नामत: आकाश, वायु, आपा, जल, पृथ्वी हैं । स्थूल-पंच-महाभूत के सृजन
के प्रकरण में उनका विस्तार बताते हुये उपदेश किया गया था कि, प्रत्येक स्थूल में आधा भाग स्वयं उनका है और शेस आधे में एक बटा आठ भाग
प्रत्येक अन्य चार का है । उपरोक्त कथित रूप में स्थूल-पंच-महाभूत शुद्ध रूप नहीं
हैं, अपितु योग हैं । जबकि तन्मात्रा उन्ही के
शुद्ध रूप को कहा जाता है । उपरोक्त वर्णित अनुसार तन्मात्रा अर्थात्
सूक्ष्म-पंच-महाभूत को कहा जाता है । ....... क्रमश:
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