प्राण विसर्जन
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
प्राण विसर्जन उदान-प्राण
का देश शरीर का ऊर्ध्व भाग बताया गया है । उदान-प्राण का दायित्व जीवन-काल में ommiting आदि है,
मुख्य कार्य मृत्यु के समय प्राण को शरीर से बाहर निकालने का होता है । मृत्यु के
समय अपान, समान, व्यान, प्राण सभी उदान में लय कर जाते है, जिन्हे ऊर्ध्व देशस्थ उदान-प्राण ले जाता है, कहाँ ले जाता है ? पुण्य-पाप के अनुसार पुण्य-लोक अथवा
पाप-लोक में ले जाता है, समन्वित पुण्य-पाप होने पर मनुष्य-लोक को
ले जाता है । ..... क्रमश:
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