शिव शंकर प्रलयंकर
शिक्षण-विधि-सोपान
शिव शंकर प्रलयंकर आत्मा का स्वरूप शिव है, उसका स्वभाव शंकर है, उसका प्रभाव प्रलयंकर है । सूर्य का स्वरूप प्रकाशपुंज है, प्रकाश रश्मियों को विकीर्ण करना उसका स्वभाव है, उर्जावितरण उसका प्रभाव है । आत्मा ज्ञान-स्वरूप है । प्रत्येक ज्ञान का
आश्रय बनना, आत्मा का स्वभाव है । अज्ञान का क्षय, आत्मा का प्रभाव है । ...... क्रमश:
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