मायालोक तारतम्यमय


माया-कल्पित-जगत्-सोपान
मायालोक तारतम्यमय माया-कल्पित-जगत् पर्यन्त समस्त व्यवस्था तारतम्य पर आधारित है जिसमें तारतम्य का निर्धारण अवयव के उपलब्ध पुण्य-पाप द्वारा निर्धारित होता है । ईर्ष्या, तृष्णा अपरिहार्य मानसिक वृत्तियाँ माया-कल्पित-जगत् की धरोहर होती हैं, क्योंकि उपरोक्त का उदय तारतम्य के फल से होता है । उत्तम, मध्यम, अधम तारतम्य की श्रेणियाँ होती हैं । शास्त्रों में वर्णित चौदह लोक, पुण्य-पाप भोग के लिये माया-कल्पित-जगत् के तारतम्य पर आधारित स्थल हैं । ...... क्रमश:

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