अमूर्त-प्रपंच
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
अमूर्त-प्रपंच माया-कल्पित-जगत् की संरचना अमूर्त-प्रपंच और मूर्त-प्रपंच युक्त है ।
जीव का मस्तिष्क, मस्तिष्क में गति करने वाले विचार, हिरण्यगर्भ-देवता एवं अन्य सम अमूर्त की श्रेणी के हैं । जीव का
स्थूल-शरीर, विराट-देवता एवं अन्य सम मूर्त श्रेणी के
हैं । मूर्त तथा अमूर्त दोनो मिलकर ही माया शक्ति द्वारा जनित गति में सम्मलित
होते हैं । यथा-स्थिति अमूर्त का प्रादुर्भाव पहले होता है, अमूर्त द्वारा मूर्त स्वरूपधारी होता है । हिरण्यगर्भ से विराट उदय होता
है । ...... क्रमश:
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