औषधय: से अन्नं


माया-कल्पित-जगत्-सोपान
औषधय: से अन्नं सृष्टि प्रक्रिया में औषधियों से अन्न की उत्पत्ति होती है । अन्न ही प्रजा सृष्टि का आधार हैं । अन्न ही प्रजा की स्थिति के आधार हैं । प्रजा की प्राण-शक्ति अन्न के पोषण द्वारा ही स्थिर रहती है । अन्न के पोषण के आभाव में प्राण शरीर में नहीं रह सकता है । इसलिये ही औषधियाँ प्रजा की सर्वाधिक महत्वपूर्ण मौलिक आवश्यकता हैं । ....... क्रमश:

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