पृथ्वी से औषधय:
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
पृथ्वी से औषधय: पंच-महाभूतों की
उत्पत्ति क्रम में पृथ्वी का आगमन अन्तिम है । परन्तु पृथ्वी में उर्वरा-शक्ति के
रूप में विशिष्ट प्राविधान माया-शक्ति द्वारा किया गया है । उपरोक्त कथित
प्राविधान के फल से पृथ्वी से औषधियाँ सम्भव हुई है । यह औषधियाँ प्रजा की
उत्पत्ति और बाद में प्रजा की स्थिति के लिये आधारभूत आश्रय हैं । औषधि सम्पदा
प्रजा की मूल्यवान निधि हैं । ...... क्रमश:
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें