भूत-सृष्टि से भौतिक-सृष्टि
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
भूत-सृष्टि से
भौतिक-सृष्टि
माया-कल्पित-जगत् की सृष्टि प्रक्रिया में, अव्यक्त से व्यक्त-दशा में
अनुभवगम्य होने की प्रक्रिया में, निर्गुण-निराकार-ब्रम्ह
पहले सूक्ष्म-पंच-महाभूतों के रूप में व्यक्त-दशा-धारी हुआ है । ईश्वर से
हिरण्यगर्भ की छाया-रूपेण उत्पत्ति का उपदेश शास्त्र करते हैं ।
सूक्ष्म-देवता-हिरण्यगर्भ अपनी विभक्ति द्वारा वृद्धि-प्रक्रिया, रयि-प्राण रूपी द्वंदों के पथ से,
स्थूल-पंच-महाभूतो को अनुभवगम्य कराते हैं । उपरोक्त कथित स्थूल-पंच-महाभूतों से, समस्त माया-कल्पित-जगत् का वर्तमान भौतिक रूप उपस्थित हुआ है ।
...... क्रमश:
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