माया-कल्पित-जगत् का सत्यत्व
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
माया-कल्पित-जगत् का सत्यत्व शास्त्र जगत् का कारण ब्रम्ह, का उपदेश करते हैं । उपरोक्त वर्णित उपदेश से विदित है कि जगत् कार्य है
जिसका कारण ब्रम्ह है । कार्य में कारण सर्वदा विद्यमान होता है । प्रत्येक
स्वर्ण-आभूषण-कार्य में, कारण-स्वर्ण सदैव विद्यमान पाया जाता है
। उपरोक्त व्याख्या से निर्विवादित स्पष्ट है कि जगत्-कार्य में कारण-ब्रम्ह सदैव
विद्यमान है । उपरोक्त वर्णित तथ्यात्मक व्याख्या की सरल अभिव्यक्ति है कि, यह माया-कल्पित-जगत् ब्रम्ह की अभिव्यक्ति मात्र है । ......
क्रमश:
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