तप: श्रद्धा विभूति


माया-कल्पित-जगत्-सोपान
तप: श्रद्धा विभूति माया-कल्पित-जगत् में माया-शक्ति ने तप और श्रद्धा जैसी विभूतियों को भी बनाया हैं । श्रद्धा को वेदों में श्रद्धा-देवी की श्रेणी प्रदान करते हुये इनकी उपासना के लिये श्रद्धा-सूत्र भी हैं । श्रद्धायुक्त व्यक्ति वैदिक पुरुष कहा जाता है । सत्यम् ज्ञान और व्यवहार की तारतम्य को कहा जाता है । ज्ञान यदि व्यवहार में व्यव्हृत नहीं है, तो सत्यम् अर्थविहीन है । शास्त्र का नियमानुसार अध्ययन ब्रम्हचर्य कहा जाता है । माया-कल्पित-जगत् लोक में जीवनयापन के लिये उपरोक्त कथित तप:, श्रद्धा, सत्यम्, ब्रम्हचर्य जैसी अनुशासनात्मक उपदेश शास्त्र करते हैं । ....... क्रमश:

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