सगुण उपासना
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
सगुण उपासना सगुण ब्रम्ह विषयक मानस व्यापार, सगुण उपासना है । सगुण ब्रम्ह अर्थात्
माया सहित ब्रम्ह है । माया सहित ब्रम्ह अर्थात् यह दृष्य जगत् है । यह दृष्य जगत्
माया-कल्पित-जगत् है । ब्रम्ह ही इस जगत् के रूप में अनुभूत हो रहा है । यह ज्ञानी
की दृष्टि है । उपासना अर्थात् मस्तिष्क में विचार मन्थन हैं । मस्तिष्क में
निश्चयात्मक सत्य की दृढ स्थापना है । उपरोक्त वर्णित माया-कल्पित-जगत् की उपासना, अर्थात् अनुभूत दृष्य जगत् और मिथ्या जगत् के सत्यत्व का आश्रय ब्रम्ह, के मध्य मस्तिष्क में विद्यमान द्वंदात्मक निश्चय-अनिश्चय का निवारण है
। ...... क्रमश:
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