दिवस प्रजापति


माया-कल्पित-जगत्-सोपान
दिवस प्रजापति शास्त्र उपदेश करते हैं कि दिवस भी हिरण्यगर्भ है । चूँकि हिरण्यगर्भ मिथुनम् हैं इसलिये दिवस भी मिथुनम् है । दिन को प्राण बताया गया है । रात्रि को रयि बताया गया है । उपरोक्त विभाजन के आधार पर शास्त्र पुरुष-स्त्री सम्बन्ध के लिये रात्रि के समय को अर्थात् रयि-काल में उपयुक्त उपदेश करते हैं । रात्रि के समय के स्त्री-पुरुष सम्बन्ध को शास्त्र ब्रम्हचर्य के समतुल्य बताते हैं जबकि दिन के समय के सम्बन्ध को प्राण-शक्ति-क्षय के दोष से युक्त बताते हैं । ..... क्रमश:

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

साधन-चतुष्टय-सम्पत्ति

चिदाभास

निषिद्ध-कर्म