मास हिरण्यगर्भ

माया-कल्पित-जगत्-सोपान
मास हिरण्यगर्भ शास्त्र उपदेश करते हैं कि मास भी हिरण्यगर्भ है । चूँकि हिरण्यगर्भ मिथुनम् हैं इसलिये मास भी रयि-प्राण मय है । शुल-पक्ष को प्राण बताया गया है । कृष्ण पक्ष को रयि बताया गया है । ऋषि जो शुक्ल पक्ष को प्राण के समान उपासना करते हैं, उनके उपासना के फल से कृष्ण पक्ष जो कि अपेक्षाकृत अल्प शुभ फलदायी होता है भी उतना ही फलदायी हो जाता है जितना कि शुक्ल-पक्ष होता है । ...... क्रमश

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