प्राण शक्ति वितरण


माया-कल्पित-जगत्-सोपान
प्राण शक्ति वितरण प्राण द्वारा अपनी सहयोगी शक्तियों अपान, समान, व्यान, और उदान को शक्ति वितरण उसी प्रकार किया जाता है जिस प्रकार सम्राट अपने अधिकारों को अपने सहयोगी मंत्रीगणों को वितरित करता है । उपरोक्त कथन से विदित है कि अपान, समान, व्यान, उदान का स्वतन्त्र अधिकार नहीं होता है । प्राण का स्थूल शरीर में मुख्यालय हृदय-गोलकं में होता है, जहाँ अहम् प्रत्यय आत्मा उपलब्ध होती है । ...... क्रमश:

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