ब्रम्हाजी पर्यन्त माया क्षेत्र


माया-कल्पित-जगत्-सोपान
ब्रम्हाजी पर्यन्त माया क्षेत्र शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि हिरण्यगर्भ की उत्पत्ति ईश्वर के संकल्प मात्र से उसी प्रकार हुई जिस प्रकार छाया सृजित होती है । पुराणों में हिरण्यगर्भ को ही ब्रम्हाजी कहा गया है । उपरोक्त उल्लेख से विदित है कि जिस प्रकार छाया मिथ्या होती है उसी प्रकार मिथ्या हिरण्यगर्भ की उत्पत्ति हुई है । मिथ्या हिरण्यगर्भ से मिथ्या जगत् सम्भव हुआ है । उपरोक्तानुसार ब्रम्हाजी पर्यन्त माया-कल्पित-जगत् है । ..... क्रमश: 

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