सर्वात्मक
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
सर्वात्मक
एक हिरण्यगर्भ ही एक मात्र समष्टि शक्ति हैं जो कि विभिन्न अन्य शक्तियों के रूप
में प्रगट हो रहे हैं । हिरण्यगर्भ देवता ही इन्द्र देवता, पृथ्वी देवता, वरुण देवता आदि अनेक शक्तियों के रूप में
प्रगट होते हैं । उपरोक्त वर्णित तथ्यात्मक स्थिति को एक शब्द सर्वात्मिका द्वारा
व्यक्त किया जाता है । हिरण्यगर्भ देवता सर्वात्मिका हैं । ...... क्रमश:
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