प्राण-शक्ति-पोषक
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
प्राण-शक्ति-पोषक शरीर में क्रियाशील
समस्त शक्तियाँ यथा मानसिक शक्ति, वाक् शक्ति, कर्मेन्द्रिय शक्ति आदि
प्राण शक्ति के आश्रय पर ही हैं । प्राण शक्ति के कमजोर हो जाने पर व्यक्ति अच्छे
से बोल भी नहीं पाता है, उसकी पाचन शक्ति भी कमजोर हो जाती है, उसकी कर्मेंन्द्रियाँ भी काम करने की स्थिति में नही होती हैं । व्यष्टि की
प्राण-शक्ति, समष्टि प्राण हिरण्यगर्भ का ही व्यष्टि में
अभिव्यक्ति होती है । उपरोक्त समस्त विवरण का सार यह है कि प्रत्येक जीव
हिरण्यगर्भ के आश्रय पर ही क्रियाशील है । ...... क्रमश
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