प्राण उपासना
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
प्राण उपासना हिरण्यगर्भ ही व्यष्टि में प्राण के रूप में व्यक्त हो रहे हैं ।
हिरण्यगर्भ, चैतन्य सहित समष्टी सूक्ष्म शरीर हैं ।
उपरोक्त कथित रूप में प्राण उपासना, हिरण्यगर्भ उपासना है । सूर्य देवता, रयि-प्राण रूप में प्राण सूर्य भी हिरण्यगर्भ का ही प्रतिनिधित्व करते
हैं । उपरोक्त समस्त विवरण के अनुसार प्राण उपासना, हिरण्यगर्भ उपासना, सूर्य उपासना समस्त में एक रूपता है । उपनिषदों में हिरण्यगर्भ उपासना
को प्राण-उपासना के नाम से प्रतिपादित करते हैं । ...... क्रमश:
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