गायत्री मन्त्र


माया-कल्पित-जगत्-सोपान
गायत्री मन्त्र विख्यात गायत्री मन्त्र व्यक्त करता है कि भौतिक शक्ति, प्राणा शक्ति, बौद्धिक शक्ति सर्व सूर्य द्वारा प्रदत्त है । सूर्य जीव कोटि के लिये ऊर्जा श्रोत है । सूर्य जीव कोटि के लिये प्राण श्रोत है । प्राण शक्ति हिरण्यगर्भ है । हिरण्यगर्भ ने अपने को जीवों के रूप में विस्तृत कर दिया है । हिरण्यगर्भ ने अपने को विभक्ति द्वारा गुणित कर दिया है । समष्टि व्यष्टि के रूप में विस्तृत होकर जीव प्रपंच के नाम से विख्यात है । प्राण सर्वस्य है । ..... क्रमश:  

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