चन्द्र-लोक पितृ-लोक स्वर्ग-लोक
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
चन्द्र-लोक पितृ-लोक स्वर्ग-लोक भू-लोक से अधिक सम्पन्न परिस्थितियों का
लोक स्वर्ग-लोक, पुण्यवान लोगो को मरणों-परान्त, उनके संचित पुण्य-फलों के भोग के लिये मिलता है । इस स्थल पर ज्ञातव्य
है कि शास्त्रों में चौदह-लोकों का वर्णन है । यह सभी सापेक्ष रूप से उत्तरोत्तर
उत्तम हैं । कर्म-फलों के भोग के लिये अपेक्षा-कृत अधिक सक्षम शरीर मिलती है और
लोक की सामान्य परिस्थितियाँ भी अधिक सम्पन्न होती हैं । ...... क्रमश:
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