दत्तम् कर्म
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
दत्तम् कर्म शरणागत की रक्षा करने को दत्तम कर्म कहा जाता है । कोई अ-सहाय
परिस्थितियों से ग्रसित व्यक्ति यदि शरणागत होता है, उसे उसकी त्रासित
स्थिति से उबरने के लिये, बिना किसी प्रतिफल के कामना किये, सहायता करना और उसे सामान्य जीवन का पथ योजित करने को दत्तम् कर्म कहा
जाता है । दत्तम् कर्म का फल स्वर्ग-लोक की प्राप्ति बताया गया है । ..... क्रमश:
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