परायणं


माया-कल्पित-जगत्-सोपान
परायणं सूर्य सर्व जीव का आश्रय है इसलिये परायणं भी कहा गया है । प्राण-शक्ति का आश्रय है । प्राण ही जीव का आधार होता है । इसलिये सूर्य को सर्व जीव का आश्रय कहा जाता है । जीव सूर्य के अति-ताप को भी बर्दाश्त नहीं कर पाता है । जीव सूर्य के अल्प ताप की स्थिति से भी व्यथित होकर जीवित नहीं रह पाता है । सूर्य ही सर्व वस्तु-रूपों का भी आश्रय है । शास्त्रों में सूर्य की उपरोक्त वर्णित स्थिति को व्यक्त करने के लिये परायणं शब्द का प्रयोग किया गया है । ...... क्रमश: 

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