सूर्य-देवता
माया-कल्पित-जगत्-सोपान
सूर्य-देवता सूर्य यथा दृष्य एक प्रकाशमान अग्निपिण्ड है । परन्तु उपरोक्त कथित
सूर्य का चैतन्यसहित विचार करने पर वह सूर्य देवता हैं । हिरण्यगर्भ देवता हैं ।
प्राण देवता हैं । समस्त जीव कोटि के प्राण के आधार देवता हैं । समस्त ऋषिगण सूर्य
को उपरोक्त कथित रूप नें देखते हैं । जानते हैं । शास्त्रों में सूर्य को भूलोक का
प्राण बताया गया है । ...... क्रमश:
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