दक्ष कार्य शैली


पद-परिचय-सोपान
दक्ष कार्य शैली मस्तिष्क का नियन्त्रण, मस्तिष्क की स्वस्थ्य कार्य शैली के पथ से, दक्ष चिन्तन विधि है । किसी काल विषेस पर, मस्तिष्क में गति करने वाली वृत्तियाँ, सन्चालित किये जा रहे कर्म से सम्बन्धित होती हैं । कालान्तर से सन्चालित किये जा रहे कार्य में यथा परिस्थिति परिवर्तन होता है । तत् समय विगत कार्य की वृत्तियाँ भी क्षीण हो जाना अपेक्षित है । परन्तु व्यवहारिक अनुभव व्यक्त करता है कि, विगत कार्य की वृत्तियाँ क्षीण नहीं होती हैं । फलत: मस्तिष्क में अधिक वृत्तियों की गति की स्थिति, मस्तिष्क में अव्यवहारिक तनाव की स्थिति सृजित करती हैं । यह अ-वाँक्षित स्थिति है । स्वस्थ्य कार्य शैली का आभाव उपरोक्त वर्णित अ-वाँक्षित स्थिति का कारण है । समाधि-योग, उपरोक्त वर्णित अ-वाँक्षित स्थिति को, स्वस्थ्य कार्य शैली को अंगीकार कर कार्य सम्पादन करने का पथ निर्देश करते है । यह समाधि-योग का एक विलक्षण पथ है । अभ्यास अपेक्षित है । ..... क्रमश:  

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