आत्मा-सत्य
पद-परिचय-सोपान
आत्मा-सत्य
आत्मा ही सत्य है । आत्मा के सत्यत्व के प्रमाण द्वारा ही समस्त अनात्मन का
अस्तित्व सिद्ध होता है । अनात्मन जगत् को अहंकार-पोषित प्रमाता जब अपनी पंच-इन्द्रीय-प्रमाणों
के माध्यम द्वारा पुष्ट करता है, तभी जगत् का अस्तित्व सिद्ध होता है ।
आश्रित सत्यत्व का जगत् सदैव सत्य-आत्मा के आश्रय पर है । ..... क्रमश:
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