निर्गुण-ब्रम्ह-सगुण-माया


पद-परिचय-सोपान
निर्गुण-ब्रम्ह-सगुण-माया ब्रम्ह अनिर्वचनीय है । माया भी अनिर्वचनीय है । परन्तु ब्रम्ह और माया दोनो अनिर्वचनीय होते हुये भी पूर्णतया भिन्न हैं । ब्रम्ह चैतन्य-स्वरूप है, माया पदार्थ-रूप जडता है । ब्रम्ह निर्गुण है, माया सगुण है । ब्रम्ह निर्विकार है, माया सविकार है । ब्रम्ह निर्विकल्प है, माया सविकल्प है । उपरोक्त समस्त भेदों के रहते हुये भी, माया ब्रम्ह से अभिन्न प्रतीत होती है । माया अद्भुद विज्ञान है, ब्रम्ह की क्रिया-शक्ति है । ..... क्रमश:   

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