सृष्टि-क्रम
पद-परिचय-सोपान
सृष्टि-क्रम कारण-सूक्ष्म-स्थूल यह शास्त्रों में वर्णित सृष्टि-प्रक्रिया का क्रम
है । कारण का सृजन अज्ञान से होता है । समष्टि-कारण-ईश्वर
समष्टि-सूक्ष्म-हिरण्यगर्भ को व्यक्त-रूप प्रदान-करता है ।
समष्टि-सूक्ष्म-हिरण्यगर्भ समष्टि-स्थूल-विराट को व्यक्त-रूप प्रदान-करता है ।
व्यष्टि सदैव समष्टि का अंग है । व्यष्टि का कोई स्वतन्त्र अस्तित्व नहीं होता है
। समष्टि ही व्यष्टि के रूप में व्यक्त होता है । कार्य-कारण-सम्बन्ध माया-कल्पित-सृष्टि
की मर्यादा है । ब्रम्ह सदैव कार्य-कारण-विलक्षण है । ..... क्रमश:
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