श्रेय:
पद-परिचय-सोपान
श्रेय: पूर्व-कथित
मोक्ष दशा के जीवन को श्रेय: कहा जाता है । श्रेय: प्रेय: के सापेक्ष उत्कृष्ठ दशा
है । तनाव-मुक्त दशा है । श्रेय: का लक्ष्य मनुष्य जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य है ।
मनुष्य जीवन, स्वामित्व के रूप में, यापन करना श्रेय: है । मनुष्य जीवन, दासिता के रूप में, यापन प्रेय: है । ..... क्रमश:
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